Everything about shiv chalisa lyricsl
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कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥
मातु पिता भ्राता सब कोई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥
देवन जबहीं जाय पुकारा। तब ही दुख प्रभु आप निवारा॥
शिव के रहते कैसी चिंता, साथ रहे प्रभु आठों याम
स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु अब संकट भारी॥
जय गिरिजा पति दीन दयाला। सदा करत सन्तन प्रतिपाला॥
अंग गौर शिर shiv chalisa in hindi गंग बहाये। मुण्डमाल तन क्षार लगाए॥
खुद को राख लपेटे फिरते, औरों को देते धन धाम
तेरी खोज में, ना जाने, कितने युग मेरे बीते,
शिव जी तो है बड़े दयालु देंगे दोनों हाथो shiv chalisa lyricsl से,
पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
सजा shiv chalisa lyricsl दो घर को गुलशन सा मेरे भोलेनाथ आये हैं - श्री…